हमारे आध्यात्मिक उपचारों द्वारा व्यसनमुक्ति इस लेख में हमने व्यसनमुक्ति के लिए तीन चरणों के आध्यात्मिक उपचार कार्यक्रम के संदर्भ में विस्तृत विवरण दिया है ।
- Spiritual Science Research Foundation (SSRF) द्वारा व्यसनमुक्ति के लिए प्रस्तावित तीन चरणों की उपचार पद्धति दो स्तर पर कार्य करती है -व्यसनमुक्ति के लिए तथा भविष्य में व्यसन पुनः न लगे इसके लिए भी । संक्षेप में यह व्यसन लगने एवं पुनः न लगने से सुरक्षा प्रदान करती है ।
- अपने बच्चों को व्यसन न लगे, इस दृष्टि से अभिभावक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं । आध्यात्मिक आयाम से संबंधित जीव बच्चों का अनुचित लाभ न उठा सके, इसके लिए अभिभावक नीचे दिए कुछ कृत्य अपना सकते हैं :
- जब आप बच्चे की योजना बना रहे हैं, तो उपर्युक्त तीन चरणों का आध्यात्मिक उपचार कार्यक्रम अपनी दिनचर्या में अंतर्भूत कर सकते हैं ।
- संभोग के पहले पति -पत्नी स्वयं को तथा गर्भधारण-प्रक्रिया को अनिष्ट शक्तियों से सुरक्षा मिले, इस दृष्टिसे श्रद्धापूर्वक प्रार्थना करें ।
- अभिभावकों के आध्यात्मिक स्तर का प्रभाव विशिष्ट सीमातक हो सकता है । परंतु बहुत कुछ बच्चे के प्रारब्ध और उसके पाप तथा पुण्य पर निर्भर करता है ।
- बच्चे का पालन-पोषण अधिक से अधिक सात्विक वातावरण में करना और अल्प आयु में ही साधना के प्रति बच्चे में रूचि उत्पन्न करना आदि से व्यसन-प्रधान गतिविधियों से दूर रहने की बच्चे की क्षमता बढती है और वह सुखी एवं संतुष्ट जीवन जी पाता है ।
- जिन्हें अभी कोई व्यसन नहीं है, ऐसे व्यक्ति भी उपरोक्त कार्यक्रम अपनी दिनचर्या में बचाव के रूप में अंतर्भूत कर सकते हैं ।
रोग होने पर उपचार करने की अपेक्षा उससे बचाव ही अच्छा उपचार है ।