हमारा लेन-देन किसके साथ होता है ?
सामान्यतः हमारा अपने परिवार के सदस्यों के साथ और निकटतम लोगों के साथ सबसे अधिक लेन-देन होता है ।
लेन-देन क्या है, कृपया यह लेख पढ़ें ।
यदि हम अपने जीवन काल में उन सभी लेन-देन पर विचार करें, जो उन लोगों के साथ रहता है जिन्हें हम जानते हैं, तब वे लोग कौन होंगे जिनके साथ हमारा सबसे अधिक लेन-देन होगा ? हमारे विभिन्न सम्बन्धों में तुलनात्मक रूप से लेन-देन की तीव्रता कितनी होती है, इसकी सारिणी आगे दी गई है :
लेन-देन किसके साथ होता है ? | प्रतिशत (%) |
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पति/पत्नी | २७ |
माता-पिता – बच्चों का सम्बन्ध | २५ |
भाई-बहन | ९ |
घनिष्ठ मित्र | ९ |
प्रेमी युगल | ९ |
सहकर्मी | ९ |
अन्य रिश्तेदार | ४ |
अन्य परिचित (पड़ोसी, मित्र और सहयोगी) | ४ |
अन्य | ४ |
कुल | १०० |
हमारे आध्यात्मिक शोध से पता चला है कि सामान्यतः पर हमारे जीवनसाथी के साथ हमारा सबसे अधिक लेन-देन होता है । हम अपने जीवनसाथी को पिछले जन्म से जानते हैं । एक विशेष जीवनकाल में दोनों के एक साथ आने का कारण लेन-देन चुकाना होता है, जो मुख्य रूप से पिछले जन्म अथवा जन्मों में निर्माण हुए होंगे । हुत से लोग मानते हैं कि हम अपने पसंद के व्यक्ति से विवाह करते हैं, किंतु ये सत्य नहीं है । विवाह १०० प्रतिशत प्रारब्धजनित है और वैसे ही हमारे जीवन में अन्य सभी महत्वपूर्ण सम्बंध भी, जैसे कि हमारे पिता, माता और भाई-बहन भी । इसलिए, जब हम कहते हैं कि सुंदरता देखने वाले की आंखो में होती है, तो हम सच्चाई से दूर नहीं हैं । बाह्य रूप से यह प्रतीत हो सकता है कि एक युगल प्रेम में है और यही कारण है कि वे एक साथ हैं, अध्यात्मशास्त्र के अनुसार, वे मुख्य रूप से लेन-देन चुकाने के लिए एक साथ हैं ।