मैंने अपने वीडियो गेम के व्यसन पर विजय कैसे प्राप्त की ?
विषय सूची
१. प्रस्तावना
कुछ वर्षों से SSRF का आध्यात्मिक संशोधन दल ऐसे साधकों के अनेक प्रकरणों का साक्षी रहा है, जिसमें उन्होंने अपने जीवन में विभिन्न प्रकार के व्यसनों पर मात किया है । ऐसे प्रकरणों में से एक वीडियो गेम का व्यसन भी है ।
इन साधकों ने साधना आरंभ की थी ।
साधक श्री. केल्विन टियर ने अपने वीडियो गेम के व्यसन पर किस प्रकार मात किया, इस प्रकरण अध्ययन में उनके अनुभव उनके ही शब्दों में साझा किया गया है ।
२. वीडियो गेम के व्यसन ने मेरे जीवन को किसप्रकार प्रभावित किया ?
मैं १२ वर्ष की आयु अर्थात वर्ष १९८६ से ही कंप्यूटर गेमिंग का आदी हो गया था ।
मैं प्रतिदिन कंप्यूटर गेम खेलने में अत्यधिक समय व्यतीत करता था और मुझे उसे खेलने से दूर रहने में कठिनाई होती थी ।
आयु बढने के साथ वयस्क होने पर भी यह समस्या बनी रही । ऑनलाइन गेमिंग तथा मोबाइल गेमिंग के आने से वीडियो गेम खेलने के व्यसन की तीव्रता आैर भी बढ गई । मैं प्रतिदिन घंटों मोबाइल गेम पर अपना अधिकांश खाली समय व्यतीत करने लगा था । गेम खेलने में अत्यधिक समय व्यर्थ किए जाने से मेरे परिवारद्वारा स्मरण कराए जाने तथा चेतावनी देने के उपरांत भी मैं कभी भी गेम खेलना बंद नहीं करना चाहता था । इसलिए मैं अपने परिवार को अनदेखा कर रहा था । अनेक बार मैं रात भर बिना सोए, बिना रुके खेलता रहता था । शारीरिक तथा मानसिक रूप से थका रहने पर भी मेरा मस्तिष्क सक्रिय रहता था और खेलते रहने की मेरी इच्छा कम नहीं होती थी । खेलना बंद करने पर मैं दुखी हो जाता, अनेक बार क्रोध भी आता । काम करते समय जब मैं वीडियो गेम नहीं खेल पाता था, तब मेरा मन गेम खेलने के अगले अवसर के विचारों में मग्न हो जाया करता था ।
मैं जानता था कि मैं खेलने में अत्यधिक समय गंवा रहा हूं और यह एक ऐसी समस्या है जिसका समाधान करना आवश्यक है । तब भी गेम खेलने की तीव्र इच्छा पर मैं मात नहीं कर पाया । मुझे स्वयं में ही अच्छा नहीं लग रहा था । मुझे ज्ञात था कि यह मेरे जीवन तथा पारिवारिक संबंधों को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है, तथापि मैं गेम खेलने पर मात करने के प्रयास में असहाय था । अनेक बार, मैं स्वयं को बताता कि मैं अपने गेम खेलने की कालावधि को कम करने अथवा सीमित करने का प्रयास करूंगा, परंतु हर बार जब मैं खेलना आरंभ करता, तो मुझे रुकने का कोई विचार नहीं आता था । मुझे याद है, एक बार मैं बहुत बीमार था और मुझे बुखार भी था, परंतु वैसी स्थिति में भी मैं खेलता रहा ।
कुछेक बार ही ऐसे होता कि लंबे समय तक वीडियो गेम खेलने से अत्यंत थक जाने पर जब मुझे शारीरिक तथा मानसिक रूप से पूर्णतः शक्तिहीन अनुभव होता, तब ही मैं खेलना बंद करता । ऐसा होने पर भी कुछ महीनों उपरांत पुनः वही चक्र आरंभ होता और मैं लंबे समय तक ऑनलाइन गेम खेलता रहता था ।
३. मैंने अपने वीडियो गेम के व्यसन पर विजय कैसे प्राप्त की ?
लगभग ३ वर्ष पहले मैंने गोवा, भारत में ५-दिवसीय आध्यात्मिक कार्यशाला में सम्मिलित हुआ और स्पिरिचुअल साइंस रिसर्च फाउंडेशन (SSRF) के मार्गदर्शन के अनुसार साधना करना आरंभ किया ।
मुझे समझ में आया कि किस प्रकार व्यसन का मूल कारण पूर्वज कष्ट अनिष्ट शक्तियां भी हो सकती हैं । मुझे मेरे वीडियो गेम के व्यसन पर काबू पाने के लिए साप्ताहिक सत्संगों से चरण-दर-चरण मार्गदर्शन प्राप्त हुआ ।
धीरे-धीरे ६ महीने की साधना के साथ-साथ आध्यात्मिक उपचार जैसे कि नमक-पानी के उपाय, भगवान का नामजप तथा स्वभावदोष निर्मूलन (पीडीआर) करने के उपरांत मैंने धीरे धीरे वीडियो गेम खेलने पर व्यय होनेवाले समय को कम करना आरंभ कर दिया । गुरुपूर्णिमा (इस दिन गुरु अथवा ईश्वर का तत्व १००० गुना अधिक कार्यरत रहता है ।) के कुछ ही सप्ताह पूर्व मैंने परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी से मुझे सहायता करने के लिए मार्गदर्शन के रूप में अपना आशीर्वाद देने की प्रार्थना की आैर वीडियो गेम खेलने के व्यसन को समाप्त करने का लक्ष्य रखा । परात्पर गुरु वे होते हैं जिनका आध्यात्मिक स्तर ९० प्रतिशत से अधिक होता है । उनकी कृपा से, अगले कुछ सप्ताहों में, मेरी वीडियो गेम खेलने की इच्छा अचानक शीघ्रता से कम होती गई । गुरुपूर्णिमा के माह में मेरा गेम खेलना पूर्णतः बंद हो गया ।
लगभग एक वर्ष उपरांत, मैंने वीडियो गेम खेलना पुन: आरंभ कर दिया । किंतु, मैंने अनुभव किया कि पूर्व की तुलना में इस बार गेम खेलने के व्यसन की तीव्रता में बहुत कमी आई थी । मैं दृढता से साधना करता रहा । इस बार ४ महीनो के अंदर ही मैं वीडियो खेलने को पूर्णरूप से छोड़ने में सफल रहा । साधना के कारण मेरा वीडियो गेम खेलना छूटना किसी चमत्कार से कम नहीं था, क्योंकि मैंने कभी यह विचार नहीं किया था कि अपने वीडियो गेम खेलने के व्यसन पर मैं कभी पूर्णत: विजय पा सकूंगा । यह केवल साधना करने से प्राप्त हुई आध्यात्मिक शक्ति तथा भगवान की कृपा से ही संभव हो पाया ।
४. धूम्रपान भी छोड़ देना
साधना आरंभ करने से, वीडियो गेम खेलने के व्यसन के साथ-साथ मेरी सिगरेट पीने (धूम्रपान करने) की इच्छा अपने आप ही दूर हो गई । मेरा धूम्रपान करना पूर्णत: बंद हो गया ।
मैं ईश्वर के प्रति कोटि-कोटि कृतज्ञता व्यक्त करता हूं तथा मैं प्रार्थना करता हूं कि मेरे जीवन का यह अनुभव अन्यों को साधना आरंभ करने तथा उत्तम जीवन यापन करने के लिए प्रेरित करे ।