अनिष्ट शक्तियों से आविष्ट होने के संकट की संभावना को अल्प करने के कुछ उपाय इस प्रकार हैं :
आध्यात्मिक स्तर पर :
- प्रतिदिन साधना करें : अध्यात्म के छ: मूलभूत सिद्धांतों के अनुसार प्रतिदिन की गयी साधना हमारी आध्यात्मिक स्तर में वृद्धि को सुनिश्चित करती है । सामान्य नियम यह है कि एक व्यक्ति अपने से १० प्रतिशत कम आध्यत्मिक स्तरवाले व्यक्ति की तुलना में अनिष्ट शक्तियों के आक्रमण से अधिक सुरक्षित होता है । निरंतर और उतरोत्तर साधना बढाना और उसके फलस्वरूप आध्यात्मिक स्तर में हुई वृद्धि ही आध्यात्मिक विश्व के अनिष्टकारी तत्त्वों से निरंतर तथा उतरोत्तर उच्च सुरक्षा प्राप्त करने का एकमात्र निश्चित उपाय है ।
- आध्यात्मिक उपचार करना : हमारे आध्यत्मिक उपचार पृष्ठ पर बताए गए सुरक्षात्मक उपचारों के रूप में नियमित आध्यात्मिक उपचार भी हमें अनिष्ट शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करती है ।
मानसिक स्तर पर
- स्वभाव दोष कम करना : स्वभाव दोष जैसे गुस्सा करना,लोभ इत्यादि हमारे मनोदेह पर खुले घाव के समान हैं । हम पर नियंत्रण करने हेतु अनिष्ट शक्तियां प्रायः इन स्वभाव दोषों का उपयोग प्रवेश द्वार के रूप में करती हैं । हम आपको हमारे स्वभाव दोष निर्मूलन खंड के अंतर्गत अपने स्वभाव दोषों को कैसे मात दें, इसके संदर्भ में बताएंगे । आध्यात्मिक स्तर को बढाने का एक लाभ यह भी है कि हमारे आध्यात्मिक स्तर में हुई वृद्धि के फलस्वरूप हमारे स्वभाव दोष भी घट जाते हैं । जब हम सक्रिय रूप से अपने दोषों को कम करने का प्रयास करते हैं तब अनिष्ट शक्तियों द्वारा हम पर नियंत्रण किए जाने का द्वार हम बंद कर देते हैं ।
भौतिक और मानसिक स्तर पर
- सात्विक गतिविधियां : अपने जीवन और अपनी गतिविधियों को अधिक सात्विक करने से अनिष्ट शक्तियों द्वारा आविष्ट किए जाने के संकट को अल्प किया जा सकता है । अनिष्ट शक्तियां रज-तम प्रधान होती हैं और उन्हें सात्त्विक वातावरण अच्छा नहीं लगता । इस कारण उनके द्वारा सात्त्विक जीवन शैलीवाले व्यक्ति को आविष्ट किए जाने की संभावना अल्प होती है ।