अति विकसित छठवीं इंद्रिय के माध्यम से देखने पर अनिष्ट शक्ति (भूत, पिशाच, राक्षस, इत्यादि) का वायु प्रधान तत्त्व में घनीकरण कैसा प्रतीत होता है, यह उपरोक्त सूक्ष्म-ज्ञान पर आधारित चित्र में दिखाया गया है । इसका प्रवाह सभी दिशाओं में हो सकता है, यही इसका विशिष्ट गुण है । सूक्ष्म स्तरीय मांत्रिक इस रूप में प्रकट होते हैं, जब वायुतत्त्व में उनका घनीकरण अविशिष्ट रूप में (उदाहरणार्थ मानवीय रूप में ) होता है ।