Suggested Research
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भारतीय गाय के दूध के सेवन का आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
पाठकों के लिए महत्त्वपूर्ण टिप्पणी : इस लेख को अच्छे से समझने हेतु, कृपया हमारा लेख : सूक्ष्म-ज्ञान पर आधारित चित्र क्या है ? पढें । इस लेख में, हमने सूक्ष्म-ज्ञान पर आधारित चित्र के माध्यम से भारतीय गाय के दूध द्वारा आकर्षित और प्रक्षेपित सूक्ष्म स्तरीय तरंगों का वर्णन किया है । यह चित्र … भारतीय गाय के दूध के सेवन का आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर प्रभाव को पढ़ना जारी रखें
Case Studies
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मांसाहार एवं शाकाहार का आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य
वाचकों से अनुरोध : इस लेख की विषय वस्तु यथायोग्य समझने के लिए कृपया सत्त्व, रज एवं तम, ब्रह्मांड के इन सूक्ष्म तत्त्वों का पूर्ण अध्ययन करें. १. प्रस्तावना-मांसाहार एवं शाकाहार का आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य शाकाहारी अथवा मांसाहारी होना इनमें से क्या योग्य है, इस बात पर बहुत विवाद है । इन्हें आहार में लेने वाले … मांसाहार एवं शाकाहार का आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य को पढ़ना जारी रखें
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मांसाहार की तुलना में शाकाहार के प्रभाव एवं लाभ
सारांश : शाकाहारी अन्न पदार्थों के लाभ और मांसाहार न करने सम्बन्धी अनेक तुलनात्मक अभ्यास उपलब्ध हैं । मांसाहार तथा शाकाहार करने से होने वाले लाभ एवं प्रभावों पर यह लेख प्रकाश डालता है । इस लेख में हमने डीडीएफएओ (DDFAO) नामक बायोफिडबैक मशीन की सहायता से मांसाहारी तथा शाकाहारी अन्न पदार्थों से अनिष्ट शक्तियों … मांसाहार की तुलना में शाकाहार के प्रभाव एवं लाभ को पढ़ना जारी रखें
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आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर मद्यपान के (अल्कोहल सेवनके) प्रभाव
पाठकों के लिए सूचना : इस लेख को भली भांति समझने हेतु कृपया सूक्ष्म-ज्ञान पर आधारित चित्र क्या है ? इससे परिचित हो लें । इस लेख में सूक्ष्म-ज्ञान पर आधारित चित्र के माध्यम से हम मद्य द्वारा ग्रहण एवं प्रक्षेपित किए जाने वाले सूक्ष्म-स्तरीय स्पंदनों को समझेंगे । ये चित्र दृश्य से सम्बद्ध प्रगत … आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर मद्यपान के (अल्कोहल सेवनके) प्रभाव को पढ़ना जारी रखें
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पेय पदार्थों पर आध्यात्मिक शोध
सात्त्विक जीवन के इस विभाग में, आध्यात्मिक शोध के माध्यम से, हमने व्यक्ति पर विभिन्न प्रकार के लोकप्रिय पेय पदार्थों के आध्यात्मिक प्रभावों की तुलना की है । निम्नलिखित संक्षिप्त सारणी में पेय पदार्थों का क्रम (ऊपर से नीचे) आध्यात्मिक अशुद्धि से आध्यात्मिक शुद्धि के साथ ही उसका सेवन करने पर व्यक्ति को आध्यात्मिक विश्व … पेय पदार्थों पर आध्यात्मिक शोध को पढ़ना जारी रखें
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दांत मांजने से पूर्व ही, बिछौने में चाय पीने के आध्यात्मिक दुष्परिणाम
निम्नलिखित संदर्भलेख पढें – ‘सूक्ष्म-ज्ञान पर आधारित चित्रांकन क्या होता है ?’ और ‘ब्रह्मांड के तीन मूलभूत सूक्ष्म घटक – सत्त्व, रज और तम’ १. प्रस्तावना (विषयप्रवेश) कई लोगों के लिए जगाने के तुरंत पश्चात बिछौने में ही पहली चाय अथवा कॉफी पीना, एक सुखद अनुभव होता है, जिसकी उन्हें प्रतीक्षा होती है । कुछ … दांत मांजने से पूर्व ही, बिछौने में चाय पीने के आध्यात्मिक दुष्परिणाम को पढ़ना जारी रखें
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भारतीय गाय के दूध के सेवन का आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
पाठकों के लिए महत्त्वपूर्ण टिप्पणी : इस लेख को अच्छे से समझने हेतु, कृपया हमारा लेख : सूक्ष्म-ज्ञान पर आधारित चित्र क्या है ? पढें । इस लेख में, हमने सूक्ष्म-ज्ञान पर आधारित चित्र के माध्यम से भारतीय गाय के दूध द्वारा आकर्षित और प्रक्षेपित सूक्ष्म स्तरीय तरंगों का वर्णन किया है । यह चित्र … भारतीय गाय के दूध के सेवन का आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर प्रभाव को पढ़ना जारी रखें
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मीट बर्गर, अंडे से बना स्पंज केक और दाल-चावल से प्रक्षेपित स्पंदनों का बायो-फीडबैक उपकरण द्वारा किया अध्ययन
सार अपने दैनिक जीवन में हमें खान-पान, वेशभूषा जैसे अनेक जीवनशैली संबंधी चुनाव करने पडते हैं । आध्यात्मिक दृष्टि से उचित जीवनशैली का चुनाव करने से उत्पन्न सात्त्विकता से मानवजाति लाभान्वित होती है तथा उस पर रज-तम (अस्थिरता एवं अज्ञान)का प्रभाव भी घटता है । आध्यात्मिक दृष्टि से शुद्ध जीवनशैली अपनानेवाले लोगों की संख्या … मीट बर्गर, अंडे से बना स्पंज केक और दाल-चावल से प्रक्षेपित स्पंदनों का बायो-फीडबैक उपकरण द्वारा किया अध्ययन को पढ़ना जारी रखें
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आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर लोकप्रिय कोला पेय के सेवन का परिणाम
इस लेख में हम सूक्ष्म ज्ञान पर आधारित चित्र के माध्यम से लोकप्रिय कोला पेय द्वारा आकर्षित और प्रक्षेपित किए जाने वाले सूक्ष्म स्पंदनों के बारे में समझेंगे । यह चित्र एक साधिका (पू.) श्रीमती योया वाले ने बनाया है, जिनकी दृष्टि से संबंधित छठवीं सूक्ष्म ज्ञानेंद्रिय जागृत है । निम्नलिखित सारणी में उपरोक्त … आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर लोकप्रिय कोला पेय के सेवन का परिणाम को पढ़ना जारी रखें
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बियर, कोला एवं फलोंके रस से प्रक्षेपित होने वाले स्पंदनों पर किया गया शोध
सारांश: मानव को सात्विकता का लाभ तभी प्राप्त हो सकता है, जब वह अपने जीवन-यापन की योग्य शैली का चयन करता है तथा उस पर होनेवाले सूक्ष्म रज-तम (अत्यधिक क्रियाशीलता एवं अज्ञानता) गुणों का प्रभाव न्यून होता है । जीवन शैली के विकल्पों में दिनचर्या, आहार, पहनावा इत्यादि सम्मिलित हैं । कलियुग में एsसे लोगों की … बियर, कोला एवं फलोंके रस से प्रक्षेपित होने वाले स्पंदनों पर किया गया शोध को पढ़ना जारी रखें
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कॉफी, चाय एवं दूध से प्रक्षेपित होनेवाली तरंगों का बायो-फीडबैक उपकरण के अध्ययन द्वारा किया गया शोध
सार आध्यात्मिक दृष्टि से उचित जीवनशैली का चुनाव करने से उत्पन्न सात्त्विकता से मानवजाति लाभान्वित होती है तथा उस पर रज-तम (अस्थिरता एवं अज्ञान)का प्रभाव भी घटता है । जीवनशैली अर्थात दिनचर्या, आहार, वेशभूषा इत्यादि । आध्यात्मिक दृष्टि से शुद्ध जीवनशैली अपनानेवाले लोगों की संख्या कलियुग में घटती जा रही है । पेय भी इसका अपवाद नहीं है … कॉफी, चाय एवं दूध से प्रक्षेपित होनेवाली तरंगों का बायो-फीडबैक उपकरण के अध्ययन द्वारा किया गया शोध को पढ़ना जारी रखें
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ब्रेड तथा रोटी से प्रक्षेपित स्पंदनों पर शोध
सार : अपने दैनिक जीवन में हमें खान-पान, वेशभूषा जैसे अनेक जीवनशैली संबंधी चुनाव करने पडते हैं । आध्यात्मिक दृष्टि से उचित जीवनशैली का चुनाव करने से उत्पन्न सात्त्विकता से मानवजाति लाभान्वित होती है तथा उस पर रज-तम (अस्थिरता एवं अज्ञान) का प्रभाव भी घटता है । आध्यात्मिक दृष्टि से शुद्ध जीवनशैली अपनानेवाले लोगों की संख्या कलियुग में घटती … ब्रेड तथा रोटी से प्रक्षेपित स्पंदनों पर शोध को पढ़ना जारी रखें
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मांस तथा मद्य से प्रक्षेपित होनेवाले स्पंदनों का बायो-फीडबैक उपकरण द्वारा किया गया शोध
सारांश हमें हमारे दैनिक जीवन में जीवन शैली से संबंधित कई विकल्पों जैसे खान-पान, वेशभूषा इत्यादि में चयन करने होते हैं । व्यक्ति जब जीवन शैली के आध्यात्मिक रूप से सही विकल्पों का चयन करता है तो उससे उत्पन्न हुई सात्विकता से वह लाभान्वित होता है । उस पर से रज तथा तम सूक्ष्म गुणों … मांस तथा मद्य से प्रक्षेपित होनेवाले स्पंदनों का बायो-फीडबैक उपकरण द्वारा किया गया शोध को पढ़ना जारी रखें