Suggested Research
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पितृ दोष निवारण कैसे करें ?
पितृ दोष निवारण कैसे करें ? पूर्वजों के कारण, विशिष्ट प्रकार के आध्यात्मिक कष्ट होते हैं । इसलिए ऐसे कष्टों का निवारण (पितृ दोष निवारण) भी विशिष्ट आध्यात्मिक उपायों से ही होता है । ऐसे कष्टों में, शारीरिक एवं मानसिक उपायों से केवल लक्षण में ही सुधार हो सकता है; परंतु कष्ट के मूल का … पितृ दोष निवारण कैसे करें ? को पढ़ना जारी रखें
Spiritual experience
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पितृपक्ष से संबंधित अनुभूतियां – श्रीमती श्वेता क्लार्क
पितृपक्ष से संबंधित अनुभूतियां – श्रीमती श्वेता क्लार्क १. मृत पूर्वजों की सहायता हेतु प्रार्थना करने पर ईश्वर से उत्तर प्राप्त होना ईश्वर की कृपा से मुझे श्राद्ध (एक प्रभावशाली अनुष्ठान जिससे मृत पूर्वज आध्यात्मिक स्तर पर लाभान्वित हाेते हैं) के संबंध में बडी अनुभूति हुई । मेरा विवाह शॉन क्लार्क से हुआ ही था … पितृपक्ष से संबंधित अनुभूतियां – श्रीमती श्वेता क्लार्क को पढ़ना जारी रखें
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श्राद्ध विधि के लिए पूर्वजों को अर्पण करने हेतु बनाया गया भोजन
यह अध्यात्म शोध केंद्र एवं आश्रम की साधिका श्रीमती श्वेता क्लार्क, जो २० वर्षों से अधिक समय से साधना कर रही हैं, उनके द्वारा वर्णित श्राद्ध विधि से संबंधित एक अनुभूति है । हमारे जीवन में पितृपक्ष की अवधि (मृत पूर्वजों की आत्माओं के लिए पखवाडा) का विशिष्ट स्थान होता है । शॉन और मैं, … श्राद्ध विधि के लिए पूर्वजों को अर्पण करने हेतु बनाया गया भोजन को पढ़ना जारी रखें
Case Studies
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आध्यात्मिक दृष्टि से सुरक्षा प्रदान करनेवाला श्री गुरुदेव दत्त का नामजप क्या दर्शाता है ?
सुरक्षा प्रदान करनेवाला श्री गुरुदेव दत्त का नामजप ईश्वर के एक रूप अर्थात भगवान दत्तात्रेय का प्रतिनिधित्व करता है । ब्रह्मांड में भगवान दत्तात्रेय के कार्यों में से एक है, पूर्वजों के सूक्ष्म देह से उत्पन्न कष्टों को दूर करना । ईश्वर अपनी उद्देश्य पूर्ति उत्पत्ति, स्थिति एवं लय के तीन मुख्य सिद्धांत द्वारा करते … आध्यात्मिक दृष्टि से सुरक्षा प्रदान करनेवाला श्री गुरुदेव दत्त का नामजप क्या दर्शाता है ? को पढ़ना जारी रखें
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श्राद्ध विधि से वंशजों को कैसे लाभ होता है ?
श्राद्ध विधि से वंशजों को कैसे लाभ होता है ? संक्षिप्त सार : क्या आप जानते हैं कि श्राद्ध विधि से मृत पूर्वजों को उनके मृत्योपरांत जीवन में सहायता करने के अतिरिक्त, श्राद्ध विधि करनेवाले व्यक्ति को भी सकारात्मक शक्ति प्राप्त होती है ? १. श्राद्ध विधि करनेवाले व्यक्ति को श्राद्ध से कैसे लाभ होता … श्राद्ध विधि से वंशजों को कैसे लाभ होता है ? को पढ़ना जारी रखें
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पितृपक्ष और श्राद्धविधि
साधना के अभाव में अधिकतर पूर्वज मृत्योत्तर जीवन में अटक जाते हैं तथा आध्यात्मिक उर्जा के अभाव में गतिहीन हो जाते हैं । पितृपक्ष में हमारे मृत पूर्वज पृथ्वी के अर्थात भूलोक के समीप आते हैं ।
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मैं ईसाई हूं; दत्त भगवान के नाम का जप मैं क्यों करुं ?
भगवान दत्त एक देवता हैं । उनके अनेक कार्यों में से एक कार्य है उपासक के जीवन में पितरों की सूक्ष्म-देह के कारण आ रही समस्याओं को दूर करने की क्षमता प्रदान करना । प्रायः विविध धार्मिक पृष्ठभूमि के लोग (उदाहरण के लिए, ईसाई अथवा बौद्ध) प्रश्न करते हैं कि मैं ऐसे देवता का … मैं ईसाई हूं; दत्त भगवान के नाम का जप मैं क्यों करुं ? को पढ़ना जारी रखें
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क्या श्री गुरुदेव दत्त का रक्षात्मक जप करने से पूर्वजों के साथ लेन देन (कर्म) की स्थिति शून्य हो जाती है ?
जी हां, भगवन गुरुदेव दत्त के नामजप से हमारे पूर्वजों के साथ हमारे लेन-देन समाप्त होते जाते हैं । चलिए जानते हैं कि यह प्रक्रिया किस प्रकार से कार्य करती है । इस जप से सत्वगुण उत्पन्न होता है और हमारे पूर्वजों तक पहुंचता है । यह प्रभावित व्यक्ति और उसके पूर्वजों के मध्य एक … क्या श्री गुरुदेव दत्त का रक्षात्मक जप करने से पूर्वजों के साथ लेन देन (कर्म) की स्थिति शून्य हो जाती है ? को पढ़ना जारी रखें
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हमारे पूर्वजों के अंतर्गत कौन-कौन आते हैं ?
इस लेख में हमारे पूर्वजों में कौन-कौन सम्मिलित हैं, इसकी जानकारी दी गर्इ है ।
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मृत्यु के उपरांत व्यक्ति को आध्यात्मिक सहायता की आवश्यकता क्यों होती है ?
मनुष्य के दो देह होते हैं – स्थूलदेह और सूक्ष्मदेह । इसके अतिरिक्त उसमें प्राणशक्ति विद्यमान होती है जो इन देहों में संबंध स्थापित करती है । यह सूत्र जानने से हम यह समझ सकेंगें कि मृत्यु के उपरांत व्यक्ति को आध्यात्मिक सहायता की आवश्यकता क्यों होती है । नीचे दिए गए चित्र में देखें … मृत्यु के उपरांत व्यक्ति को आध्यात्मिक सहायता की आवश्यकता क्यों होती है ? को पढ़ना जारी रखें
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पूर्वजों की उपासना तथा पितृपूजा
१. पूर्वजों की उपासना तथा पितृपूजा – प्रस्तावना पूर्वजों की उपासना अथवा पितृपूजा किसी न किसी रूप में पूरे विश्व में की जाती है । प्रथा के प्रकार और विधियों में भिन्नता होती है; कुछ संस्कृतियों में पूर्वजों को देवताओं के रूप में पूजा जाता है । पूर्वजों की उपासना तथा पितृपूजा पर आधारित इस … पूर्वजों की उपासना तथा पितृपूजा को पढ़ना जारी रखें
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किन पितरों को सहायता की आवश्यकता होती है ?
निम्नलिखित तालिका में आध्यात्मिक स्तरानुसार विश्व की जनसंख्या का वर्गीकरण किया गया है । यह २०१३ में विश्व मन और बुद्धि से प्राप्त जानकारी पर आधारित है । वर्ष २०१३ में विश्व की जनसंख्या का आध्यात्मिक स्तर आध्यात्मिक स्तर विश्व जनसंख्या का प्रतिशत जनसंख्या१1 २०-२९% ६३% ४.४६ अरब ३०-३९% ३३% २.३४ अरब ४०-४९% ४% २८.३० … किन पितरों को सहायता की आवश्यकता होती है ? को पढ़ना जारी रखें
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पितृदोष क्या है ?
अध्यात्म शास्त्र के अनुसार और आधुनिक विज्ञान के लिए अज्ञात, हमारे जीवन में ५०% समस्याएं केवल आध्यात्मिक कारणों से होती हैं और अन्य ३०% समस्याएं आध्यात्मिक एवं मानसिक और / अथवा शारीरिक कारणों से होती हैं । संदर्भ लेख : ‘ जीवन की समस्याआें के मूलभूत आध्यात्मिक कारणों का वर्गीकरण । ‘ हमारे जीवन की … पितृदोष क्या है ? को पढ़ना जारी रखें
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ऐसा कहा जाता है कि हमारे पूर्वज कभी-कभी हमारी सहायता करते हैं, क्या यह सत्य है ?
अनेक लोगों और संस्कृतियों द्वारा माना जाता है कि उनके पितर उनका ध्यान रखते हैं तथा उनके जीवन में सहायता भी करते हैं । SSRF द्वारा किया गया आध्यात्मिक शोध इस वास्तविकता की पुष्टि करता है कि हमारे पूर्वज हमारी सहायता कर सकते हैं । सहायता की मात्रा तथा गुणात्मकता भूलोक में वास्तव्य के समय … ऐसा कहा जाता है कि हमारे पूर्वज कभी-कभी हमारी सहायता करते हैं, क्या यह सत्य है ? को पढ़ना जारी रखें
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परिवार के मृ्त सदस्यों एवं पूर्वजों का सपने में आना
१. प्रस्तावना : प्राय: हमारे पाठक बार-बार सपने में मृत संबंधियों को देखने का अर्थ पूछते हैं । उनमें से कुछ, मृत संबंधियों के सपने में आने का स्वागत करते हैं किंतु अन्य इससे भयभीत होते हैं । पाठकों के प्रश्न कुछ इस प्रकार के होते हैं – क्या मेरे पिता को मरणोपरांत गति मिली … परिवार के मृ्त सदस्यों एवं पूर्वजों का सपने में आना को पढ़ना जारी रखें
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पारिवारिक परंपराओं का पालन नहीं करने से पूर्वजों /पितरों द्वारा उत्पन्न समस्याएं
पितृदोष (अतृप्त पूवजों से उत्पन्न समस्याएं) : प्रकरण-अध्ययन अपने पाठकों को दिशा देने के लिए SSRF ऐसी शारीरिक अथवा मानसिक समस्याओं के विषय में आध्यात्मिक शोध प्रकाशित करता है जिनका मूल कारण आध्यात्मिक होता है । यह ध्यान में आया है कि जब भी किसी समस्या का मूल कारण आध्यात्मिक होता है, तो उसे दूर … पारिवारिक परंपराओं का पालन नहीं करने से पूर्वजों /पितरों द्वारा उत्पन्न समस्याएं को पढ़ना जारी रखें
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कनिष्ठ आध्यात्मिक स्तर के पूर्वजों में कष्ट देने की क्षमता होती है किंतु सहायता करने की नहीं, ऐसा क्यों ?
भौतिक इच्छाओं की पूर्ति हेतु दैवी सहायता की अनुपलब्धता : लगभग सभी प्रकरणों में पितरों तथा वंशजों के लिए ‘सहायता’ का तात्पर्य मात्र सांसारिक सहायता तक सीमित है । जब सहायता सांसारिक आवश्यकताओं को पूरा करने तक ही सीमित होती है, तो पूर्वज अपनी इच्छा पूर्ति के लिए दैवी कृपा प्राप्त नहीं कर सकते । … कनिष्ठ आध्यात्मिक स्तर के पूर्वजों में कष्ट देने की क्षमता होती है किंतु सहायता करने की नहीं, ऐसा क्यों ? को पढ़ना जारी रखें
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पितृ दोष निवारण कैसे करें ?
पितृ दोष निवारण कैसे करें ? पूर्वजों के कारण, विशिष्ट प्रकार के आध्यात्मिक कष्ट होते हैं । इसलिए ऐसे कष्टों का निवारण (पितृ दोष निवारण) भी विशिष्ट आध्यात्मिक उपायों से ही होता है । ऐसे कष्टों में, शारीरिक एवं मानसिक उपायों से केवल लक्षण में ही सुधार हो सकता है; परंतु कष्ट के मूल का … पितृ दोष निवारण कैसे करें ? को पढ़ना जारी रखें
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मृत्युपरांत के जीवन में हम अपने पूर्वजों की सहायता किस प्रकार से कर सकते हैं ?
परिवार के किसी सदस्य के निधन के उपरांत, हमारी संस्कृति और परंपरा के अनुसार, हम उन्हें अनेक प्रकार से श्रद्धांजलि देते हैं जैसे उनकी समाधि पर फूल चढाना समाचारपत्र के निधन सूचना पृष्ठ पर उनकी स्मृति में आभार छपवाना उनका छायाचित्र घर में टांगना सामान्य रूप से की जानेवाली उपरोक्त सर्व विधियां हमारे दिवंगत पूर्वजों … मृत्युपरांत के जीवन में हम अपने पूर्वजों की सहायता किस प्रकार से कर सकते हैं ? को पढ़ना जारी रखें
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हमारे पूर्वज हमें कितनी पीढियों तक प्रभावित कर सकते हैं ?
पूर्वजों की पीढियों का प्रभाव पिछले तीन पीढियों के पूर्वजों का प्रभाव सर्वाधिक होता है अर्थात हमारे पडदादा-दादी, इत्यादी के समय तक । सातवी पीढी तक के पूर्वज कुछ सीमा तक प्रभावित कर सकते हैं । परन्तु सातवी पीढी के पहले के पूर्वज हमें प्रभावित नहीं करते । ऐसा इस कारण है कि किसी … हमारे पूर्वज हमें कितनी पीढियों तक प्रभावित कर सकते हैं ? को पढ़ना जारी रखें
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मुझसे बिछडे मेरे प्रिय और मेरे अन्य पूर्वज मुझे यातना क्यों देना चाहते हैं ?
सूचना : इस लेख को अच्छे से समझने के लिए मृत्यु के उपरांत हम कहां जाते हैं, यह लेख अवश्य पढें । सामान्यतः यह प्रश्न अनेक बार पूछा जाता है । जिनकी मृत्यु हुई है, ऐसे अपने निकटवर्ती और प्रिय लोगों के बारे में लोग सोचते हैं और उन्हें यह अनाकलनीय लगता है कि वे उनके … मुझसे बिछडे मेरे प्रिय और मेरे अन्य पूर्वज मुझे यातना क्यों देना चाहते हैं ? को पढ़ना जारी रखें
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श्री. सिरियाक का अनुभवकथन
१.समस्या क्या थी ? स्वभाव से मैं अत्यंत अंतर्मुख, शर्मिला, तनावग्रस्त था और लोगों के साथ घुल-मिलकर नहीं रह पाता था । समस्या कब से आरंभ हुई यह ठीक से बता पाना कठिन है, किंतु मैं यह कह सकता हूं कि मेरी यह समस्या किशोरावस्था में आरंभ हुर्इ थी। मुझे बहुत ही विचित्र-सी संवेदनाएं होती … श्री. सिरियाक का अनुभवकथन को पढ़ना जारी रखें
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पारिवारिक परंपराओं का पालन नहीं करने से पूर्वजों /पितरों द्वारा उत्पन्न समस्याएं
पितृदोष (अतृप्त पूवजों से उत्पन्न समस्याएं) : प्रकरण-अध्ययन अपने पाठकों को दिशा देने के लिए SSRF ऐसी शारीरिक अथवा मानसिक समस्याओं के विषय में आध्यात्मिक शोध प्रकाशित करता है जिनका मूल कारण आध्यात्मिक होता है । यह ध्यान में आया है कि जब भी किसी समस्या का मूल कारण आध्यात्मिक होता है, तो उसे दूर … पारिवारिक परंपराओं का पालन नहीं करने से पूर्वजों /पितरों द्वारा उत्पन्न समस्याएं को पढ़ना जारी रखें
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परिवार के मृत व्यक्तियों के स्वप्न पुनः-पुनः आना
प्रकरण-अध्ययन : परिवार के मृत व्यक्तियों के स्वप्न पुनः–पुनः आना SSRF ने यह प्रकरण-अध्ययन, हमारे पाठकों को उन समस्याओं पर दिशा देने के उद्देश्य से प्रकाशित किया है जिनका प्रकटीकरण तो शारीरिक और मानसिक स्तर पर होता है परंतु उनका मूल कारण आध्यात्मिक होता है । जब किसी समस्या का मूल कारण आध्यात्मिक हो तब … परिवार के मृत व्यक्तियों के स्वप्न पुनः-पुनः आना को पढ़ना जारी रखें
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प्रकरण अध्ययन – दत्त भगवान के नामजप से मुंह के छालों का उपचार
SSRF द्वारा प्रकाशित प्रकरण-अध्ययनों (केस स्टडीस) का मूल उद्देश्य है, उन शारीरिक अथवा मानसिक समस्याओं के विषय में पाठकों का दिशादर्शन करना, जिनका मूल कारण आध्यात्मिक हो सकता है । यदि समस्या का मूल कारण आध्यात्मिक हो, तो यह ध्यान में आया है कि सामान्यतः आध्यात्मिक उपचारों का समावेश करने से सर्वोत्तम परिणाम मिलते हैं … प्रकरण अध्ययन – दत्त भगवान के नामजप से मुंह के छालों का उपचार को पढ़ना जारी रखें