Suggested Research
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मृत व्यक्ति की वस्तुओं का क्या करें ?
अपने प्रियजन की मृत्यु के पश्चात उनकी वस्तुओं का क्या करना है, इसके विषय में अधिकतर लोगों को संभ्रम होता है । यह लेख इस विषय पर प्रकाश डालता है कि मृत व्यक्ति के परिवारवालों को उन वस्तुओं का क्या करना चाहिए । तत्त्व के स्तर पर हम कुछ बातें ध्यान में रख सकते हैं … मृत व्यक्ति की वस्तुओं का क्या करें ? को पढ़ना जारी रखें
Case Studies
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मृतदेह के हाथ अथवा ललाट पर चुंबन करने का क्या प्रभाव पडता है ?
अपने प्रियजन को खो देना किसी के लिए भी एक अत्यंत दु:खद अनुभव होता है । कभी-कभी लोग भावनावश होकर मृत देह का आलिंगन तथा चुंबन करते हैं । ऐसा करना मृत व्यक्ति की सूक्ष्म देह एवं उस व्यक्ति, दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है । मृतदेह से उत्सर्जित वायु की मात्रा अधिक होती … मृतदेह के हाथ अथवा ललाट पर चुंबन करने का क्या प्रभाव पडता है ? को पढ़ना जारी रखें
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शवपेटी (coffin) में मृत शरीर के साथ वस्तुएं रखने से क्या परिणाम होता है ?
शवपेटी (coffin) में मृत शरीर के साथ वस्तुएं रखने से क्या होता है ? जिस प्रकार अनिष्ट शक्तियां मृत शरीर पर आक्रमण करती हैं, उसी प्रकार वे शवपेटी में रखी मृत व्यक्ति की प्रिय वस्तुओं पर भी आक्रमण करती हैं । इसमें मृत शरीर को पहनाए गए उनके प्रिय वस्त्र भी सम्मिलित हैं । सूक्ष्म … शवपेटी (coffin) में मृत शरीर के साथ वस्तुएं रखने से क्या परिणाम होता है ? को पढ़ना जारी रखें
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आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य से अंतिम संस्कार के समय कौनसे रंग के वस्त्र पहनने चाहिए ?
आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य से किसी की मृत्यु होने पर उसके संबंधी एवं शुभचिंतक काले रंग के अतिरिक्त अन्य कोई भी सौम्य रंग के वस्त्र पहन सकते हैं । हल्के रंगों के वस्त्र उदाहरणार्थ श्वेत तथा हल्का नीला रंग, अधिक सात्त्विक होते हैं । अनेक समुदायों में तथा सभ्यताओं में काले वस्त्र पहनने का चलन है; परंतु … आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य से अंतिम संस्कार के समय कौनसे रंग के वस्त्र पहनने चाहिए ? को पढ़ना जारी रखें
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अंतिम संस्कार के समय सामूहिक भोज पर आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य
अध्यात्म शास्त्र के अनुसार, किसी मृत व्यक्ति के अंतिम संस्कार से संबंधित अनुष्ठान एवं समारोह इस प्रकार से आयोजित होने चाहिए जिससे मृत व्यक्ति के सूक्ष्म देह को उसकी आगे की यात्रा में सहायता मिले | ऐसा कुछ भी करना हमें टालना चाहिए जिसके द्वारा मृत व्यक्ति की सूक्ष्म देह की धरती पर उसके पिछले … अंतिम संस्कार के समय सामूहिक भोज पर आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य को पढ़ना जारी रखें
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दाह संस्कार, शव को गाडना और मृतशरीर का गिद्धों द्वारा खाया जाना आदि का आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य क्या है ?
१. परिचय प्रतिवर्ष विश्व में ५० लाख से अधिक लोगों की मृत्यु होती है । अंतिम संस्कार के लिए मुख्यरूप से दो विधियां अपनाई जाती है – दाह संस्कार अथवा शव को गाडना । मुंबई में पारसी लोगों का एक छोटा-सा समुदाय, अपने मृत लोगों को Towers of silence में गिद्धों द्वारा खाए जाने के … दाह संस्कार, शव को गाडना और मृतशरीर का गिद्धों द्वारा खाया जाना आदि का आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य क्या है ? को पढ़ना जारी रखें
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अस्थियां (चिता-भस्म) विसर्जित करने का आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य
अस्थियां (चिता-भस्म) विसर्जित करने का आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य क्या है ? सारांश अपने प्रियजनों का अग्निसंस्कार करने के उपरांत उनकी अस्थियां (चिता-भस्म)हम किस प्रकार विसर्जित करते हैं, इस बात से उनके मृत्योपरांत जीवन में उन्हें लाभ भी हो सकता है अथवा उनकी आगे की यात्रा में बाधा भी आ सकती है । आध्यात्मिक शोध द्वारा ज्ञात … अस्थियां (चिता-भस्म) विसर्जित करने का आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्य को पढ़ना जारी रखें
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निकट संबंधी की मृत्यु के उपरांत किसी के विवाह की योजना बनाना
किसी निकट संबंधी की जैसे किसी के पिता अथवा माता का अकस्मात निधन हो जाने पर, विवाह की योजना के संदर्भ में होनेवाली दुविधा के निराकरण हेतु निम्नलिखित आध्यात्मिक दृष्टिकोण ध्यान में रखे जा सकते हैं : किसी निकट संबंधी की मृत्यु होने पर न्यूनतम एक वर्ष तक विवाह समारोह की योजना न बनाना उचित … निकट संबंधी की मृत्यु के उपरांत किसी के विवाह की योजना बनाना को पढ़ना जारी रखें