हमें विशिष्ट रूप से हनुमानजी से प्रार्थना क्यों करनी चाहिए ?
हनुमानजी ईश्वर के एक तत्व हैं, जिनमें (अन्यों से भिन्न) निम्नलिखित गुण हैं :
१. सर्वशक्तिमान : सभी देवताओं में से हनुमानजी ही ऐसे देवता हैं जिन्हें अनिष्ट शक्तियां कष्ट नहीं पहुंचा सकतीं ।
२. भूतों के स्वामी : हनुमानजी भूतों के स्वामी हैं ।ए जब व्यक्ति अनिष्ट शक्ति से आविष्ट होता है, तब उसे हनुमानजी के मंदिर में ले जाया जाता है अथवा उसे हनुमानचालीसा का पाठ करने को कहा जाता है ।
३. प्रकट ईश्वरीय शक्ति : परमेश्वर अकार्यरत अवस्थामें होते हैं । वे ब्रह्मांड के किसी भी कार्य में सहभागी नहीं होते । प्रत्येक देवता निर्गुण ईश्वरीय तत्त्व का रूप है, जो ब्रह्मांड में विशिष्ट कार्य करता है । कोई भी कार्य करने हेतु प्रकट ईश्वरीय शक्ति आवश्यक होती है । सर्व देवी-देवताओं में से हनुमानजी में प्रकट शक्ति सर्वाधिक है । इसलिए कष्ट से पीडित व्यक्ति जब हनुमानजी से प्रार्थना करता है, तब वे शीघ्र ही प्रकट होते हैं तथा पीडित व्यक्ति के कष्ट में तीव्र गति से न्यूनता आती है ।