क्या अनिष्ट शक्तियों (भूत, प्रेत, पिशाच आदि) द्वारा निर्मित समस्याओं के समाधान हेतु ओझा / मांत्रिकों / आध्यात्मिक चिकित्सकों (spiritual healers) / अतींद्रियदर्शी (psychics) के पास जाना लाभकारी है ?
कुछ लोग जो अनिष्ट शक्तियों से प्रभावित अथवा आवेशित होते हैं, वे अनिष्ट शक्तियों के कारण होने वाले कष्टों के निवारण हेतु ओझा अथवा मांत्रिक के पास जाते हैं । ओझा अथवा मांत्रिक इत्यादि ऐसे व्यक्ति होते हैं जिनमें माना जाता है कि अनिष्ट शक्तियों द्वारा निर्मित काली शक्ति अथवा प्रत्यक्ष अनिष्ट शक्तियों को निकालने की क्षमता होती है । SSRF उचित अथवा दीर्घकालीन विकल्प के लिए अनेक कारणों से इसकी सलाह नहीं देता :
- अधिकांश ओझा / मांत्रिक / तांत्रिक / आध्यात्मिक चिकित्सक / पादरी / अतींद्रियदर्शी, इस विषय का पर्याप्त अध्ययन नहीं करते । अतः अनिष्ट शक्तियों संबंधी विविध आयाम, जैसे कि उनके प्रकार, शक्ति, विशेषताएं आदि के विषय में उन्हें पूर्ण ज्ञान नहीं होता । अतः वे अनिष्ट शक्तियों के मायावी रूप तथा उनके पीडित को ‘छोड देने’ के नाटक से भ्रमित हो सकते हैं ।
- अनिष्ट शक्तियों को प्रभावित कर उन्हें स्थायी रूप से व्यक्ति के शरीर से बाहर निकलने को विवश करने के लिए आवश्यक पर्याप्त आध्यात्मिक शक्ति भी उनके पास नहीं होती ।
- अच्छी साधना से सात्त्विकता निर्मित होती है, जो निरंतर अनिष्ट शक्तियों को नष्ट करने का प्रयास करती है, उसके अभाव में बाह्यतः अनिष्ट शक्तियों के प्रभाव को न्यून करने अथवा उन्हें हटाने के लिए किए जाने वाले सभी प्रयास, हानिकारक हो सकते हैं अथवा विपत्ति में डाल सकते हैं । इसमे अनिष्ट शक्तियां अधिकतर निकल जाने का नाटक करती हैं अथवा वास्तव में चली भी जाती हैं परंतु ओझा के चले जाने के पश्चात व्यक्ति के शरीर में पुनः प्रवेश करती हैं ।
- इस प्रकार के कुछ लोग कपटी हो सकते हैं तथा व्यक्ति के धन आदि द्वारा ठगे जाने की भी संभावना रहती है । परंतु सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण यह है कि उस व्यक्ति को समस्या का अपेक्षित समाधान नहीं मिल पाता है ।