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SSRF का संचालन ऐसे स्वयंसेवकों द्वारा किया जाता है, जिनका एकमात्र उद्देश्य  अपनी समष्टि साधना के रूप में  ईश्वर और समाज की सेवा करना है । एस एसआरएफ वेबसाइट के प्रारम्भ होने के समय से ही कई लोगों ने हमसे पूछा है कि वे भी SSRF के कार्य में किस प्रकार योगदान दे सकते हैं । 1

ईश्वर की सेवा करने का सबसे अच्छा तरीका अध्यात्म का प्रसार और समाज को इसके महत्व के प्रति जागृत करना है ।

सत्सेवा से सर्वाधिक लाभ प्राप्त करने के लिए, इसे व्यष्टि साधना के प्रबल आधार के साथ किया जाना चाहिए । इसलिए योगदान देना आरम्भ करने का सबसे उत्तम तरीका यह है कि आप स्वयं साधना आरम्भ करें । SSRF ने इस प्रकार की साधना बताई है जिसे आप अपनी वर्तमान आध्यात्मिक दिनचर्या में सम्मिलित कर सकते हैं । साधना के लाभों को प्रत्यक्ष अनुभव करके और दूसरों को इसके बारे में बताकर, हम अध्यात्म प्रसार की उत्तम सेवा कर सकते हैं ।

कुछ विशेषताओं के आधार पर आप SSRF के कार्य में सहभागी होने और अध्यात्म प्रसार करने के लिए आगे दिए अनुसार विभिन्न कार्य कर सकते हैं ।

  • मैं इंटरनेट का जानकार हूं और मेरे ऐसे बहुत सारे मित्र हैं जिन्हें मैं ईमेल करता/करती हूं / मैं एक ऑनलाइन समूह का सदस्य हूं

  • मेरे पास एक वेबसाइट है

  • मैं एक विक्रेता हूं

  • मेरी मीडिया तक पहुंच (मीडिया में जान पहचान) है

  • मैं एक समान विचारधारा वाले संगठन से हूं

  • मैंने SSRF की वेबसाइट का अच्छी तरह से अध्ययन किया है

  • मैं अंग्रेजी जानता हूं और दूसरी भाषा में भी पारंगत हूं

  • मैं ऐसे क्षेत्र में रहता हूं जहां SSRF नियमित रूप से प्रवचन और सत्संग आयोजित करती है

  • मेरे पास एक हॉल उपलब्ध है जिसका उपयोग निःशुल्क प्रवचन के लिए किया जा सकता है

  • मैं किसी प्रियजन के लिए एक सात्विक उपहार खरीदना चाहूंगा

  • मैं अर्पण करना चाहूंगा

  • SSRF द्वारा सुझाई गई साधना आरम्भ करने से मुझे सहायता मिली है

  • मेरे पास संग्रहालय संरक्षण विधियों अथवा वीडियो संपादन का विशिष्ट कौशल है

  • मैं इंटरनेट का जानकार हूं और मेरे ऐसे बहुत सारे मित्र हैं जिन्हें मैं ईमेल करता/करती हूं / मैं एक ऑनलाइन समूह का हिस्सा हूं

    • अपने मित्र को ईमेल करें : यदि आपको हमारा कोई लेख पसंद आया है अथवा किसी लेख से आपको लाभ हुआ है, तो इस ज्ञान को अपने परिजनों एवं मित्रों से साझा करने के लिए उन्हें ईमेल करें । आपकी तरह उन्हें भी उस ज्ञान का लाभ हो सकता है । आप हमारे ईमेल टू ए फ्रेंड (मित्र को ईमेल करें)’ लिंक का उपयोग कर सकते हैं।

    • नए लेख और कार्यक्रम के अलर्ट / की सूचनाएं आगे भेजें/प्रसारित करें: आप में से जिन्होंने हमारे लेख और कार्यक्रम के अलर्ट प्राप्त करने के लिए साइन अप किया है, वे भी अलर्ट के प्रभाव को बढाने में मदद कर सकते हैं । आप अपने मित्रों और परिवार के लोगों को, अथवा ऐसे लोगों को, जो आपको लगता है कि आध्यात्मिक शोध और ज्ञान में रुचि रखते हैं अथवा साधना आरम्भ करने के लिए तैयार हैं, उन्हें अलर्ट भेज सकते हैं ।

    • ऑनलाइन मंचों पर लिंक पोस्ट करें: आप उन समान विचारधारा वाले समूहों के विभिन्न ऑनलाइन मंचों पर SSRF लेख के लिंक पोस्ट कर सकते हैं जिनसे आप जुडे हैं । आप उन्हें ईमेल भी कर सकते हैं। किन्तु, कृपया स्पैम (अवांछित ईमेल) न करें, सदैव ऑनलाइन फोरम के नियमों का पालन करें ।

  • मेरे पास एक वेबसाइट/जालस्थल है

    • एक लिंक जोड़ें/संलग्न करें: यदि आप समान रुचियों अथवा विषयों वाले जालस्थल साइट के स्वामी हैं, और आपको हमारे जालस्थल पर प्रकाशित किए गए आध्यात्मिक शोध और ज्ञान अच्छे लगते हैं, तो कृपया उन लेख के लिंक को अपनी साइट पर डालें और हमें इसके बारे में सूचित करें । आप टिप्पणी पोस्ट करें सुविधा के माध्यम से हमसे संपर्क कर सकते हैं।

    • SSRF के बैनरविज्ञापन: आप अपनी साइट पर SSRF के बैनरविज्ञापन भी लगा सकते हैं । अपने उद्देश्यों के बारे में एक बार हमें सूचित करने के पश्चात, हम आपको आपकी आवश्यक्ता अनुरूप SSRF के बैनर भेजेंगे । आप टिप्पणी पोस्ट करें सुविधा के माध्यम से हमसे संपर्क कर सकते हैं ।

    • SSRF का लेख प्रदर्शित करें: आप हमारे किसी लेख को अपनी वेबसाइट पर प्रदर्शित कर सकते हैं । कृपया ध्यान दें कि आपको हमें सूचित करना होगा और यह भी स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करना होगा कि यह लेख SSRF की वेबसाइट से सम्बंधित है । तथा लिंक पोस्ट करें यदि आवश्यक हो, तो हम आपको लेख का संक्षिप्त संस्करण भी प्रदान कर सकते हैं । हम केवल यह अनुरोध करते हैं कि हम SSRF के सभी लेखों का कॉपीराइट रखते हैं । हमसे संपर्क करने के लिए, कृपया हमारी टिप्पणी पोस्ट करें सुविधा द्वारा हमसे संपर्क करें ।

  • मैं एक विक्रेता हूं

    • SSRF की उदबत्ती (अगरबत्ती) का भंडारण: SSRF के पास अद्वितीय उदबत्ती है जिनका उपयोग आध्यात्मिक उपचार के लिए किया जाता है । अगरबत्ती की बिक्री से होने वाली सभी आय हमारे शोध को आगे बढाने के कार्य में खर्च की जाती है । SSRF की उदबत्ती के भंडारण के लिए, कृपया हमारी टिप्पणी पोस्ट करें सुविधा द्वारा हमसे संपर्क करें।

  • मेरे पास मीडिया तक पहुंच है (मेरे मीडिया में संपर्क है)

    • SSRF के लेखों को प्रिंट में प्रकाशित करना: यदि आप किसी प्रकाशन के संपादक अथवा पत्रकार हैं, तो आप हमारे द्वारा किए गए कुछ आध्यात्मिक शोधों को प्रकाशित करने पर विचार कर सकते हैं । हमारे प्रेस विज्ञप्ति भाग को भी देखें ।
  • मैं एक समान विचारधारा वाले संगठन से हूं

    • आपके कार्यक्षेत्र पर प्रवचन आयोजित करना: SSRF का उद्देश्य है अध्यात्म जगत का ज्ञान उन लोगों तक पहुंचाना जिनकी इसमें रुचि है । यदि आप ऐसी ही एक समान विचारधारा वाले संगठन के सदस्य हैं और आपको लगता है कि SSRF के प्रवचनों से आपके सदस्यों को लाभ होगा, तो कृपया टिप्पणी पोस्ट करें सुविधा के माध्यम से हमें लिखें । हमें आपके साथ आपके कार्यस्थल पर प्रवचन आयोजित करने में अधिक प्रसन्नता होगी ।

  • मैंने SSRF की वेबसाइट का अच्छी तरह से अध्ययन किया है

    • आध्यात्मिक ज्ञान का प्रसार करें: आप अपने मित्रों को अध्यात्म के सिद्धांतों और साधना के महत्व के बारे में बता सकते हैं। इससे आपने भी जो अध्यात्म के विषय में अध्ययन किया है उसे बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी

    • आप स्वयं के जीवन में आध्यात्मिक सिद्धांतों का पालन कर सकते हैं । यदि आपको आपकी साधना में कोई अडचन है, तो आप हमारी प्रश्न पूछें सुविधा के माध्यम से कभी भी सहायता मांग सकते हैं।

  • मैं अंग्रेजी जानता हूं और दूसरी भाषा में भी पारंगत हूं

    • अनुवाद करने की सत्सेवा: SSRF के लेखों का अंग्रेजी के अतिरिक्त अन्य भाषाओं में अनुवाद करने से विश्वभर के इंटरनेट पाठकों को अध्यात्म ज्ञान के बारे में अमूल्य ज्ञान प्राप्त करने में सहायता मिलेगी । यदि आप अपनी मूल भाषा जैसे फ्रेंच, स्पेनिश, जर्मन, मैंडरिन आदि में SSRF के किसी लेख का अनुवाद करने के लिए अपने कौशल और सेवा को स्वेच्छा से अर्पण करना (देना) चाहते हैं, तो कृपया टिप्पणी पोस्ट करें सुविधा के माध्यम से हमसे संपर्क करें।

  • मैं ऐसे क्षेत्र में रहता हूं जहां एस एसआरएफ नियमित रूप से प्रवचन और सत्संग आयोजित करता है ।

    • सत्संग में भाग लेना: प्रवचन और सत्संगों में नियमित रूप से उपस्थित रहें और प्रश्न पूछें। इससे आपकी आध्यात्मिक यात्रा (साधना) आरम्भ होने में अथवा उसमें वृद्धि होने में मदद मिलेगी।

    • सत्संग आयोजित करना: जो लोग पहले से सत्संग में सहभागी हो रहे हैं, वे सत्संग के आयोजन में अधिक सक्रिय रूप से भाग लेना चाह सकते हैं । यदि आप सत्संग अथवा प्रवचन आयोजित करने के लिए अपना समय, ऊर्जा और कौशल स्वेच्छा से देना चाहते हैं, तो सहभागी होने के लिए निम्नलिखित कुछ विकल्प हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:

      • सत्संग के लिए स्थल ढूंढना और उसको आरक्षित करना (SSRF से परामर्श करने के उपरांत)

      • प्रवचन में सहभागी होने वाले लोगों को प्रवचन के लिए अनुस्मारक (रिमाइंडर) के रूप में टेलीफोन अथवा ईमेल द्वारा सम्पर्क करना

      • उपस्थित लोगों का स्वागत करना और प्रतिपुष्टि पत्रक वितरित करना और एकत्र करना

      • पोस्टर और फ्लायर्स की छपाई करवाना

      • पोस्टर और फ़्लायर्स वितरित करना

      • आयोजन स्थल को कार्यक्रम के लिए व्यवस्थित करना /कार्यक्रम के पश्चात उसे पूर्व रूप करना

      • विज्ञापन देने के लिए समाचार पत्रों और पत्रिकाओं से संपर्क करना

      • प्रवचन के प्रचार के लिए मीडिया से संपर्क करना

      • साधकों को सेवा हेतु लानाले जाना अथवा कारपूलिंग करना

      • संगणक, प्रोजेक्टर, स्क्रीन, चित्रफलक आदि जैसे उपकरण अर्पण करना ।

      • कार्यक्रम में विश्रांति के समय शीतल पेय, पानी और नाश्ता आदि देना (की व्यवस्था करना)

यह सब सत्सेवा के रूप में जाना जाता है । सत्सेवा के महत्व के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया सत्सेवा पर हमारा संक्षिप्त भाग/लेख पढें।

  • मेरे पास एक बड़ा सभाभवन उपलब्ध है जिसका उपयोग प्रवचन आयोजित करने के लिए निःशुल्क अथवा कम शुल्क पर किया जा सकता

    • प्रवचन और सत्संग आयोजित करना: यदि आप इस प्रकार की सुविधा प्रदान कर सकते हैं तो कृपया हमें सूचित करें ताकि हम आपके क्षेत्र में प्रवचन आयोजित करने से पहले आपसे संपर्क कर सकें ।

  • मैं किसी प्रियजन के लिए एक सात्विक उपहार खरीदना चाहूंगा

    • हम लोगों को उनके जन्मदिन, वर्षगांठ, उपाधिग्रहण, महत्वपूर्ण व्यक्तिगत दिनों के लिए अथवा मात्र उनके प्रति अपने प्रेम को प्रकट करने के लिए उपहार देते ही रहते हैं । हममें से अधिकांश लोग अपने प्रियजनों को कुछ अनोखा/अद्वितीय और सार्थक उपहार देना पसंद करेंगे । SSRF की अगरबत्ती भेंट करने से निम्नलिखित लाभ होते है:

      • घर में सुखद वातावरण निर्माण होना

      • वास्तु/परिसर में सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होना

      • इसकी सुखद सुगंध जो विशिष्ट देवता के तत्त्व को सक्रिय करती है

      • स्वयं को और वास्तु को कष्ट देने वाली अनिष्ट शक्ति को दूर करना

      • धन का सर्वोत्तम उपयोग

  • मैं अर्पण करना चाहूंगा

      • अर्पण करेंसुविधा का उपयोग करें: स्पिरिचुअल साइंस रिसर्च फाउंडेशन (SSRF) एक निर्लाभ संगठन के रूप में, जिसका उद्देश्य आध्यात्मिक शोध को साझा करके मानवता की सेवा करना है, इस प्रक्रिया में एक निश्चित लागत वहन करता है । इसकी लागत साधना करने वाले साधकों, शुभचिंतकों और स्वयंसेवकों के अर्पण द्वारा वहन की जाती है । यदि आप इस उद्देश्य के लिए अर्पण करना चाहते हैं, तो कृपया हमारे मुखपृष्ट पर ‘अर्पण करेंचिन्ह पर जाएं और निर्देशों का पालन करें । (यहां हमने अपने ब्लॉग से अर्पण करने के ३ कारण बताए हैं ।)

      • आध्यात्मिक कार्यक्रम का प्रायोजन : मासिक आधार पर, SSRF विश्व भर में ३० से अधिक प्रवचन और आध्यात्मिक सभाओं का निःशुल्क आयोजन करती है । इन कार्यक्रमों के आयोजन के लिए SSRF के साधक अपना समय, ऊर्जा, कौशल और धन का योगदान करते हैं । यदि आप किसी शहर में SSRF कार्यक्रम (हमारे कार्यक्रम पृष्ठ पर) प्रायोजित करना चाहते हैं तो टिप्पणी पोस्ट करें सुविधा के माध्यम से हमसे संपर्क करें ।

  • SSRF द्वारा सुझाई गई साधना करने से मुझे सहायता मिली है

      • आपके अनुभव : SSRF द्वारा बताई गई साधना अथवा आध्यात्मिक उपचार पद्धतियों द्वारा किस प्रकार आपकी अथवा आपके प्रियजनों की सहायता हुई है, यह आप हमें बता सकते हैं । यदि हम आपके अनुभवों को प्रकरण अध्ययनों अथवा आध्यात्मिक अनुभूतियों के रूप में प्रकाशित करेंगे तो इससे व्यापक स्तर पर समाज को लाभ होगा । इस संबंध में, अपने अनुभवों को लिख लें तथा टिप्पणी पोस्ट करें सुविधा के माध्यम से उन्हें हमसे साझा करें । हम उन्हें प्रकाशित करने से पहले आपकी अनुमति लेंगे । यदि आप उन्हें प्रकाशित नहीं करना चाहते, तब भी हमें यह जान कर आनंद होगा कि आपको लाभ हुआ है । यदि आपको अपनी अनुभूति के बारे में कोई स्पष्टीकरण की आवश्यकता है, तो कृपया प्रश्न पूछें सुविधा के माध्यम से हमसे प्रश्न पूछने में संकोच न करें ।

  • मेरे पास संग्रहालय संरक्षण विधियों अथवा वीडियो/चलचित्र संपादन में विशिष्ट कौशल है

      • आध्यात्मिक रूप से अमूल्य वस्तुओं को संरक्षित करने हेतु अपना समय और कौशल समर्पित करें: ऐसी अद्वितीय वस्तुऐं जो किसी भी आध्यात्मिक क्षेत्र के सकारात्मक और नकारात्मक दोनों पहलुओं को प्रदर्शित करते है, उनका संरक्षित करें ताकि आने वाली पीढ़ियां इन वस्तुओं का अध्ययन कर सके और इस आध्यात्मिक शोध में सहभागी बनें ।

      • वीडियो/चलचित्र संपादन: १० से अधिक वर्षों की अवधि में एकत्र किए गए आध्यात्मिक शोध के अमूल्य वीडियो/चलचित्रों और अभिलेख को सूचीबद्ध करने और संपादित करने में सहायता करें ।